उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से हुयी तबाही ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. देवभूमि उत्तराखंड की इस आपदा ने देश के हर कोने को प्रभावित किया है. सरकारों द्वारा तमाम प्रयास किये जा रहें हैं, लेकिन उन प्रयासों में मुख्य प्रयास लोगों को बचाने के लिए हो रहें हैं जो वहां फसें हैं. वहां के हजारों उन मूल वाशिंदों की ओर कोई नहीं देख पा रहा जिनका सब खत्म हो गया. आइये कुछ सोचे उनके लिए.
अपील
दोस्तों उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई आसान नहीं है, लेकिन अपनों की पीड़ा से खुद को जोड़ इस दर्द को बाँट सकते हैं. यहाँ सरकारी मदद तो केवल बचाव कार्यों के लिए मिल पा रही है लेकिन जो गाँव पूरे तबाह हो गये हैं बच्चे अनाथ हो गये हैं, उनकी पढ़ाई आगे हो पाए ये संभव नहीं दिख रहा है. “Institute of Generation Education and Empowerment”, थोड़ी राहत के बाद इन बच्चों के भविष्य और पढ़ाई के लिए सुचारू व्यवस्था करेगा. आप सब से अपील है की इस कार्य में पूरा सहयोग दें.... आर्थिक सहायता के साथ स्टेशनरी, लेखन सामाग्री आदि भेज कर मदद करें इस समाज के प्रति हमारी भी जिम्मेदारी है. सभी सहायता यहाँ इस पते पर भेज दें. समन्वयक, इंस्टीटयूट आफ जनरेशन एजुकेशन एंड एम्पावरमेंट 92, First Floor, Pocket 22, Sector 24, Rohini-110085 Mob: 8586080675/8595089669 नोट: कोई भी आर्थिक या अन्य सहायता बिना नाम पते के स्वीकार नहीं की जायेगी और 48 घंटे के भीतर स्वयंसेवक के द्वारा रसीद और धन्यवाद पत्र भेज दिया जाएगा. सभी दोस्तों से अपील है की फ़ार्म में स्वयंसेवक की तस्वीर का मिलान कर ही कोई सहायता दें. स्टेशनरी, लेखन सामाग्री सीधे कोरियर से भेज दें. |
खुद महादेव भी नहीं बच पाए |
सब तबाह |
डूबने वाले को तिनके का सहारा |
जीना हो तो ऐसे जीओ: सेवा का जज्बा |